वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Options
वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Options
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वशीकरण को नैतिक रूप से सही नहीं माना जाता है. किसी व्यक्ति को उसकी इच्छा के विरुद्ध नियंत्रित करने का प्रयास करना गलत है. यह व्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है.
तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं।
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सुपारी के जरिये मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना करना आज का काम नहीं है.
शक्तिशाली और रहस्यमयी वशीकरण मंत्रों के बारे में बहुत सुना जाता है। यह एक ऐसा विषय है जिसपर अभी तक विवाद है कि इन मंत्रों का उपयोग सचमुच में संभव है या यह केवल मान्यता और अनुभवों का परिणाम है। वशीकरण मंत्रों का जो रहस्य और प्रभाव है, उसे विज्ञान अभी तक समझने में सक्षम नहीं हुआ है। हालांकि, कई लोग इन मंत्रों का उपयोग कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने का दावा करते हैं।
इसके लिए आपको ऊपर दिए गए मंत्र का प्रयोग निम्न तरह से करना है.
वशीकरण यंत्र उन लोगो के लिए है जो खुद को पूरी तरह एकाग्र नहीं कर पाते है.
विधि: पहले यह मन्त्र ग्यारह सौ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर जब आँधी चल रही हो तब एक लौंग मुँह में रखकर खुली जगह click here पर खड़ा होकर इस मन्त्र को एक ही सांस में सात बार जप कर हाथ फैलाकर आँधी की मिट्टी को मुट्ठी में भर लें। फिर इस मिट्टी में मुख में रखी लौग को निकालकर पीस लें और मन्त्र से सात बार अभिमन्त्रित करके जिस भी स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह जीवनभर के लिए साधक के प्रति मोहित हो जायेगी। फलानी के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लेना चाहिये।
(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)
यहां एक छोटा सा जलाशय भी है जिसके कारण यह स्थान हमेशा नम रहता है। इस जल स्तोत्र का जल भी विशेष गुणों से भरपूर है। इसके सेवन से कई बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। यहां हर साल अंबुबाची नामक मेला लगता है। इस समय देवी कामाख्या की उपस्थिति के कारण ब्रह्मपुत्र का जल रक्तिम हो जाता है।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय त्रिलोचनाय त्रिपुर वाहनाय अमुक मम वश्य कुरु कुरु स्वाहा
कामाख्ये कामसंपन्ने, कामेश्वरी हर-प्रिया
चन्दन, केसर, कस्तूरी, गोरोचन और कपूर का मिश्रण कर गुलाब जल या फिर गंगा जल में मिलाकर घोटे.